सर छोटूराम की 75वीं पुण्यतिथि और राजा नाहर सिंह का 162वां बलिदान दिवस मनाया

 


सर छोटूराम की 75वीं पुण्यतिथि और राजा नाहर सिंह का 162वां बलिदान दिवस मनाया


रोहतक। दीनबंधु सर छोटूराम की 75वीं पुण्यतिथि और राजा नाहर सिंह का 162वां बलिदान दिवस वीरवार को गांव बोहर स्थित नांदल भवन में मनाया गया। श्रद्धांजलि समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा रहे, जबकि आयोजन की अध्यक्षता पूर्व केंद्रीय मंत्री व राज्यसभा सदस्य बीरेंद्र सिंह ने की। कार्यक्रम में पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज अगर पंजाब के किसानों के पास अपनी जमीन है तो उसका श्रेय चौ. छोटूराम को ही जाता है, वहीं दूसरी ओर पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने बताया कि राजा नाहर सिंह ने अपनी वीरता और वतनपरस्ती से अंग्रेजी हुकूमत को हिलाकर रख दिया था।


 

इनके अलावा कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि महम विधायक बलराज कुंडू, दादरी के विधायक और चेयरमैन सोमबीर सांगवान, विधायक भारत भूषण बतरा, कृष्णमूर्ति हुड्डा आदि मौजूद रहे। समारोह में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर दीनबंधु सर छोटूराम और राजा नाहर सिंह की जीवनियों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाने की केंद्र और राज्य सरकार से मांग की गई। बतौर मुख्य वक्ता दिल्ली विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. योगानंद शास्त्री ने चौ. छोटूराम के जीवन परिचय से अवगत करवाया। वहीं मुख्य वक्ता जाट महासभा चंडीगढ़ के अध्यक्ष व पूर्व डीजीपी डॉ. महेंद्र सिंह मलिक ने कहा कि सर छोटूराम उस तूफान का नाम है, जिसने होडल से लेकर पेशावर तक के पंजाब के शोषकों को जड़ से उखाड़ फेंक दिया।
चौ. छोटूराम ने दिलाया गरीबों को हक : भूपेंद्र सिंह हुड्डा
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि आज अगर पंजाब के किसानों के पास अपनी जमीन है तो उसका श्रेय चौ. छोटूराम को ही जाता है, अन्यथा किसान भूमिहीन हो जाते। उन्होंने किसानों और गरीब आदमी के शोषण के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ी और अपना सारा जीवन समाज के लिए समर्पित कर दिया। चौधरी छोटूराम ने अनेक समाज सुधारक कानूनों के जरिये किसानों को शोषण से निजात दिलवाई। उन्होंने कृषि उत्पाद मंडी कानून 1938 के तहत मार्केट कमेटियों को बनाया, इससे किसानों को उनकी फसल का अच्छा पैसा मिलने लगा और शोषण से मुक्ति मिली। चौ. छोटूराम ने 1937 के प्रोविंशियल असेंबली चुनावों के बाद पंजाब प्रांत के राजस्व मंत्री के तौर पर दो प्रमुख कानून बनाए। पहला पंजाब रिलीफ इंडेब्टनेस एक्ट 1934 और पंजाब डेब्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट 1936 इन कानूनों के जरिये किसानों को सूदखोरों के चंगुल से मुक्ति मिली और जमीन के अधिकार मिलने का रास्ता बना।
राजा नाहर सिंह से भय खाती थी अंग्रेजी हुकूमत : बीरेंद्र सिंह
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद बीरेंद्र सिंह ने कहा कि सन 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महान क्रांतिकारी और वतन की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले पराक्रमी देशभक्त राजा नाहर सिंह ने अपनी वीरता और वतनपरस्ती से अंग्रेजी हुकूमत को हिलाकर रख दिया था। अंग्रेजी हुकूमत उनकी वीरता और रणकौशल से इस कदर भय खाती थी कि उसने उन्हें बंदी बनाने के लिए धोखे का सहारा लिया। मातृभूमि की रक्षा के लिए प्राणों की बाजी लगाकर दिया गया उनका बलिदान हमारी भावी पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने कहा कि इसी तरह सर छोटूराम ने किसान और कमेरे वर्ग के लिए अपना पूरा जीवन लगा दिया। उन्होंने इस वर्ग की समस्याओं को समझा तथा अपने जीवन के जरिये उन्हें दूर करने का काम किया। जिस वजह से वे दीनबंधु कहलाए।
सर छोटूराम हमेशा सभी देशवासियों को प्रेरणा देते रहेंग : बलराज कुंडू
महम विधायक बलराज कुंडू ने कहा कि दीनबंधु सर छोटूराम हमेशा सभी देशवासियों को प्रेरणा देते रहेंगे। उन्होंने गरीब व किसान के लिए ऐसे - ऐसे कार्य किए, जिन्हें आज तक कोई दूसरा राजनेता नहीं कर पाया। श्रद्धांजलि सभा में मुख्य रूप से दादरी विधायक सोमबीर सांगवान ने समाज को एकजुट होकर संघर्ष करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज समाज के एकजुट न होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। समारोह के आयोजक राजबीर राज्याण ने सभी आगंतुकों का स्वागत किया और राष्ट्रहित में एकजुट होकर संघर्ष करने की प्रेरणा दी।
इन्हें मिला सम्मान
श्रद्धांजलि समारोह में 7 लोगों को विभिन्न उपलब्धियों के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह व आयोजक राजबीर राज्याण ने दीनबंधु सर छोटूराम गौरव अवार्ड से सम्मानित किया। इनमें वीर चक्र विजेता कमांडर इंद्र सिंह मलिक, प्रसिद्ध रंगकर्मी रघुवेंद्र मलिक, रवि मलिक, प्रगतिशील किसान फूल कुमार ग्रेवाल, शिक्षाविद डॉ. सरिता नांदल, लेखन विशेषज्ञ ओमप्रकाश सिवाच, डॉ. अनिल दलाल शामिल रहे। वहीं राजा नाहर सिंह अवार्ड पाने वालों में अमित नेहरा, संजीव लाकड़ा, गोपालकृष्ण हुड्डा, नवीन रूहिल, नांदल खाप प्रधान ओमप्रकाश नांदल, कैप्टन जगवीर मलिक, जसबीर मलिक, दलाल खाप प्रवक्ता मान सिंह दलाल, एवरेस्ट विजेता व इनकम टैक्स अधिकारी सरिता मलिक, आकाशवाणी के पूर्व निदेशक धर्मपाल मलिक, सीएम के ओएसडी कैप्टन भूपेंद्र मलिक, राजा नाहर सिंह के पड़पौत्र अजीत सिंह तेवतिया, कर्नल बोपी सिंधु आदि सहित 52 गणमान्य व्यक्ति शामिल रहे।
47 लोगों ने किया रक्तदान
इस अवसर पर निशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर का आयोजन भी किया गया। इसमें अष्टांग आयुर्वेदिक मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल के डॉ. संजय जाखड़ ने 52 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की और लोकहित संस्था ने रक्तदान शिविर का आयोजन किया। इसमें 47 लोगों ने रक्तदान किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से नांदल खाप अध्यक्ष ओमप्रकाश नांदल, प्रवक्ता देवराज नांदल, जाट शिक्षण संस्था के पूर्व प्रधान राज सिंह नांदल, एचपीएससी सदस्य राजबाला चहल, चंचल नांदल, डॉ. सुरेश नांदल, कर्नल ओपी सिंधु, सर्वखाप संरक्षक महेंद्र नांदल, कैप्टन जगबीर मलिक, दहिया खाप प्रधान सुरेंद्र दहिया, डॉ. संजय जाखड़, चंचल नांदल, अशोक नांदल, दिलीप सिंह, ईश्वर शास्त्री आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।